देश के 75वें गणतंत्र दिवस पर कर्तव्य पथ पर निकलने वाली परेड काफी हद तक महिला केंद्रित होगी. विकसित भारत और भारत-लोकतंत्र की मातृका थीम पर होने वाली परेड का पहली बार आगाज 100 महिला कलाकार शंख, नगाड़ा और अन्य पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ करेंगी, इसके अलावा, पहली बार तीनों सेनाओं की एक महिला टुकड़ी भी मार्च करेगी, केंद्रीय सशस्त्र बलों की टुकड़ियों में भी महिलाकर्मी शामिल होंगी.

रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने ने शुक्रवार को बताया कि इस साल परेड में महिलाओं का अब तक का बेहतरीन प्रतिनिधित्व देखने को मिलेगा. परेड की शुरुआत सैन्य बैंड के साथ होती आई है लेकिन इस बार देशभर की 100 महिला सांस्कृतिक कलाकार पारंपरिक वाद्यों के साथ परेड का आगाज करेंगी. अमूमन सभी कलाकार और समूह सलामी मंच के सामने अपनी प्रस्तुति देते हैं लेकिन इस बार एक और नई पहल की जा रही है जिसमें केवल एक समूह ही सलामी मंच के सामने अपनी प्रस्तुति देगा और बाकी अन्य 11 समूह अलग-अलग अपनी प्रस्तुति देंगे जिससे सभी दर्शक इसका आनंद ले सकेंगे. परेड सुबह साढ़े दस बजे शुरू होगी और डेढ़ घंटे तक चलेगी.

13,000 विशेष मेहमानों को आमंत्रण

रक्षा सचिव ने बताया कि इस साल परेड में शामिल होने के लिए करीब 13 हजार विशेष मेहमानों को आमंत्रित किया गया है. ये वे लोग हैं जिन्होंने सरकार की करीब 30 प्रमुख योजनाओं का लाभ उठाया है. इसके अलावा पेटेंट हासिल करने वाले विशेषज्ञों, इसरो की महिला वैज्ञानिकों, स्वतंत्रता सेनानियों, किसानों और आदिवासी समुदाय के लोगों को भी निमंत्रयण दिया गया है.