मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में मौजूद भारतीय पंचांग यानी समय गणना प्रणाली पर आधारित विक्रमादित्य वैदिक घड़ी साइबर अटैक हुआ है. बता दे की यह दुनिया की पहली वैदिक घड़ी है जिसका उद्घाटन खुद पीएम नरेंद्र मोदी ने किया था, यह घड़ी अपने आप में ही बेहद खास है, और उज्जैन को इसकी सौगात मिली है, लेकिन साइबर अटैकर्स ने इसे भी नहीं छोड़ा।

दरससल आज 8 मार्च को ही ‘विक्रमादित्य वैदिक घड़ी’ नाम से फ्री मोबाइल ऐप लॉन्च होना था, लेकिन उससे पहले ही इस पर साइबर अटैक हो गया है. साइबर अटैक से विक्रमादित्‍य वैदिक घड़ी के सर्वर की प्रोसेस धीमी हो रही है और आम लोग इसका उपयोग नहीं कर पा रहे हैं. इंटरनेट और जीपीएस से जुड़ी होने के कारण दुनिया में कहीं भी इस वैदिक घड़ी का इस्तेमाल किया जा सकता है. साइबर अटैक के बाद विक्रमादित्य शोधपीठ संस्थान के डायरेक्टर श्रीराम तिवारी ने बताया कि साइबर सेल में इस साइबर अटैक की शिकायत दर्ज करवा दी गई है. मामले की जांच की जा रही है.

Join DV News Live on Telegram

बता दे की साइबर अटैक की घटना दर्ज होने के बाद पता लगाया जा रहा है की यह किसने किया है और क्यों किया, बता दे की यह दुनिया की पहली ऐसी घड़ी है जो बेहद ही खास है क्योकि इसमें सूक्ष्म, शुद्ध, त्रुटि रहित, प्रामाणिक और विश्वसनीय प्रणाली है.