Jammu-Kashmir Terrorism: बीते कुछ दिनों से जम्मू में आतंकी घटनाएं बढ़ने की ख़बरें लगातार सुनने को मिल रही है, ऐसा लग रहा है मानों आतंकी जम्मू में घात लगाए बैठे हैं और जैसे ही उन्हें मौका मिलता है वो सेना या आम लोगों को उनका निशाना बना लेते हैं, हालांकि इन घटनाओं को देखते हुए अब जम्मू में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये जा रहे है.
लगातार बढ़ती हुई घुसपैठ को देखते हुए सेना क्षेत्र में अपनी तैनाती को फिर से समायोजित करने की कोशिश कर रही है. बता दें की इस क्षेत्र में लगभग 500 पैरा स्पेशल फोर्स कमांडो को तैनात किया गया है. क्योंकि इस क्षेत्र में 50-55 आतंकवादियों के होने की आशंका है. ये आतंकी कभी भी आम नागरिकों या सेना के जवानों पर हमला कर सकते हैं.
आतंकी इस बार कुछ ऐसे हथियारों के साथ आये हैं जिन्हे देख कर सभी हैरान हैं, जानकारी के मुताबिक जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के केरन सेक्टर में 18 जुलाई को मुठभेड़ में मारे गए आतंकियों के पास से सेना के जवानों द्वारा ऑस्ट्रिया में बनी स्टेयर एयूजी असॉल्ट राइफल बरामद की गई है. इस राइफलके बरामद होने पर सुरक्षा एजेंसियां चिंतित हैं. मारे गए आतंकवादियों के पास से हथियार और गोला-बारूद, युद्ध जैसे सामान और एक पाकिस्तानी पहचान पत्र बरामद किया गया.
आखिर क्यों खतरनाक है स्टेयर एयूजी
स्टेयर एयूजी को एक मॉड्यूलर हथियार प्रणाली के रूप में डिजाइन किया गया है जिसे जल्दी से एक असॉल्ट राइफल, एक कार्बाइन, एक सबमशीन गन और एक ओपन-बोल्ट लाइट मशीन गन के रूप में कॉन्फ़िगर किया जा सकता है.
आंतकवादियों के खौफनाक इरादों को देखते हुए सेना भी सुरक्षा में कोई चूक नहीं करना चाहती, सूत्रों ने बताया कि इस बार आतंकवादी नए हथियारों से लैस हैं. ऐसे में उनके खत्म को लेकर रणनीति बनाई जा रही है. इसके अलावा रोमियो और डेल्टा बलों के साथ राष्ट्रीय राइफल्स की दो सेनाओं भी हैं. वहीं, नियमित पैदल सेना डिवीजन भी मौजूद है.