Old Rajendra Nagar Accident: दिल्ली में आईएएस की पढाई के लिए गए 3 छात्रों की मृत्यु का मामला गर्माता जा रहा है, बता दें की एक लापरवाही के चलते 3 घरों के दिए बुझ गए, घर वालों पर जैसे मुसीबतों का आसमान टूट पड़ा हो, लेकिन आखिर में सवाल ये उठ रहा है की इन सब के पीछे आखिर किसकी गलती है?

दिल्ली के ओल्ड राजेन्द्र नगर में स्थित राव कोचिंग सेंटर में 3 छात्रों की हुई दर्दनाक मौत के बाद सबकी नजरें प्रशासन और कोचिंग संस्थानों पर हैं. छात्रों का प्रोटेस्ट सड़कों से लेकर सोशल मीडिया पर जारी है. छात्रों की मांग है कि कोचिंग संस्थानों की स्थिति सुधारी जाएं और कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए.

अब तक 5 लोग गिरफ्तार

वहीं इस मामले के तूल पकड़ते ही विभाग भी जाग चूका है, इस मामले में दिल्ली पुलिस की कार्रवाई जारी है. मामले में पांच और लोगों को गिरफ्तार किया गया है, आरोपियों में बेसमेंट का मालिक और उस गाड़ी का ड्राइवर भी शामिल है, जिसके पानी के गुजरने के दौरान बिल्डिंग का गेट टूट गया था. गेट को टक्कर मारने वाले वाहन को पुलिस ने जब्त कर लिया है. रविवार को दिल्ली पुलिस ने कोचिंग सेंटर का मालिक और कॉर्डिनेटर को गिरफ्तार किया था. पुलिस अभी तक मामले में कुल सात आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है.

जब से तीनों छात्रों की मौत की खबर मीडिया पर आई है तब से पूरे देश में इस घटना को लेकर बवाल सा मच गया है, सभी इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, वहीं ओल्ड राजेंद्र नगर हादसे को लेकर दिल्ली पुलिस एमसीडी को नोटिस भी जारी करेगी. फिलहाल दिल्ली पुलिस कोचिंग सेंटर से जुड़े कागजो की जांच करने में जुटी है.

संजय सिंह ने दी प्रतिक्रिया

मामले को लेकर आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि मृतक छात्रों की आत्मा की शांति की प्रार्थना करता हूं. कई कोचिंग सेंटर्स अवैध तरीके से बेसमेंट में क्लासेज चलाते हैं. उनपर कार्रवाई की जाएगी और दोषी अधिकारियों पर भी कार्रवाई की जाएगी. आगे उन्होंने कहा की कोचिंग सेंटरों के बेसमेंट में क्लासेज आज से नहीं चल रही बल्कि पिछले कई सालों से तो एमसीडी पर बीजेपी का कब्जा रहा था.

आज भाजपा का प्रदर्शन

आज AAP मुख्यालय के पास भाजपा ने प्रदर्शन भी किया, भाजपा के कार्यकर्ताओं ने कहा कि MCD में AAP का बहुमत है, मेयर भी AAP का ही है, यह घटना MCD की लापरवाही के कारण हुई, वहीं जब प्रदर्शन ज्यादा बढ़ा तो कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए दिल्ली पुलिस ने वॉटर कैनन चलाई।