Wayanad Landslide News: केरल के वायनाड जिले में भूस्खलन की वजह से अब 300 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है और सैकड़ों लोग अभी भी लापता हैं. इस भयानक आपदा के बीच एक अच्छी खबर सामने आई है दरअसल, जहां भूस्खलन प्रभावित वायनाड में केरल के वन अधिकारियों द्वारा 8 घंटे के अथक अभियान के बाद एक दूरदराज के आदिवासी बस्ती से 6 बच्चों को रेस्क्यू किया गया.

बता दें की वायनाड के गांव में मलबे में अभी भी फंसे लोगों को बचाने के लिए 1,300 से अधिक बचावकर्मियों, भारी मशीन और अत्याधुनिक उपकरणों को तैनात किया गया है.

वहीं बच्चों को सही सलामत रेस्क्यू करने पर प्रतिक्रिया देते हुए केरल के सीएम पिनाराई विजयन ने कहा, “वन अधिकारियों का ये जज्बा हमें याद दिलाता है कि संकट की घोर घड़ी में भी केरल की जीवटता चमकती रहती है. हम एकजुट होकर पुनर्निर्माण करेंगे तथा और मजबूत होकर उभरेंगे.”

कलपेट्टा रेंज के वन अधिकारी के नेतृत्व में चार सदस्यीय टीम ने गुरुवार को एक आदिवासी परिवार को बचाने के लिए जंगल के अंदर एक खतरनाक रास्ते को पार करते हुए इस रेस्क्यू अभियान को अंजाम दिया. बचाए गए बच्चों में आदिवासी समुदाय के एक से चार साल की उम्र के चार बच्चे शामिल हैं.

यात्रा के बारे में की बात

वन रेंज अधिकारी ने अपनी खतरनाक यात्रा के बारे में बताया, जिसमें उन्हें भारी बारिश के बीच फिसलन भरी और खड़ी चट्टानों से होकर गुजरना पड़ा. हशीस ने कहा, ‘बच्चे थके हुए थे, और हम अपने साथ खाने-पीने का जो भी सामान ले गए थे उन्हें खिलाया. बाद में, बहुत समझाने के बाद, उनके पिता हमारे साथ आने के लिए राजी हो गए, और हमने बच्चों को अपने शरीर से बांध लिया और वापस अपनी यात्रा शुरू कर दी.’ अधिकारियों को फिसलन भरी चट्टानों पर चढ़ने के लिए पेड़ों और चट्टानों से रस्सियां बांधनी पड़ीं.

बचाव अभियान जारी

अभी भी मुंडक्कई क्षेत्र और चलियार नदी के किनारे बसे प्रभावित गांवों में इस समय बचाव् अभियान तेजी से चल रहा है. यहां से कई लोगों के शव बरामद किए गए हैं. रडार तैनात किए जाने से भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में बचाव कार्यों में तेजी आएगी.