Kolkata Rape And Murder Case: कोलकाता रेप और मर्डर कांड के अब पूरे 14 दिन हो गए हैं. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में सीबीआई ने जांच की डिटेल स्टेटस रिपोर्ट दाखिल कर दी है. CBI ने स्टेटस रिपोर्ट में कोलकाता पुलिस की ओर से गई लापरवाही का भी जिक्र किया है.

बता दें की इस रिपोर्ट में कई नए और बड़े चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट को यह भी बताया कि उसकी जांच कहां तक पहुंची है और इस पूरे घटनाक्रम में किस पर संदेह गहरा रजांच एजेंसी की स्टेटस रिपोर्ट में 25 किरदार ऐसे हैं, जिनके इर्द-गिर्द पूरी रिपोर्ट है. उन्हीं लोगों से पूछताछ करके सीबीआई ने रिपोर्ट तैयार की है.हा है.

रिपोर्ट में शामिल कई बातें

CBI ने सुप्रीम कोर्ट को यह भी बताया कि उसकी जांच कहां तक पहुंची है और इस पूरे घटनाक्रम में किस पर संदेह गहरा रहा है. किसने पूरे घटनाक्रम में लापरवाही बरती है और कौन-कौन जांच के दायरे में रखा गया है. CBI ने शुरुआती स्टेटस रिपोर्ट में अस्पताल प्रशासन को सीधे कठघरे में खड़ा किया है. पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष की भूमिका पर गंभीर सवाल उठाए हैं. सीबीआई ने यह भी दावा किया है कि घटनास्थल से छेड़छाड़ हुई है.

अस्पताल में मिला था शव

पूरे देश को हिलाकर रख देने वाली ये पूरी घटना 9 अगस्त को सामने आई थी. 31 साल की ट्रेनी महिला डॉक्टर का शव आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल की तीसरी मंजिल पर स्थित सेमिनार हॉल में मिला था. उसके शरीर से कपड़े गायब थे. खून बह रहा था. शरीर में चोटों के निशान थे.

इस घटना के बाद पुलिस ने आरोपी संजय रॉय को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. 5 दिन बाद हाईकोर्ट ने मामले को पुलिस से सीबीआई को ट्रांसफर कर दिया. दो दिन पहले सुप्रीम कोर्ट ने मामले को स्वत: संज्ञान लिया और सीबीआई से अब तक की जांच की प्रगति रिपोर्ट दाखिल करने का आदेश दिया.

और कितने आरोपी शामिल?

इस मामले का सबसे अहम सवाल यह है कि क्या इस वारदात में गिरफ्तार आरोपी संजय रॉय अकेले शामिल था या फिर उसके साथ कई अन्य आरोपी भी हैं. फोरेंसिक रिपोर्ट के हवाले से जो तथ्य सामने आए हैं, उससे संकेत मिल रहा है कि संजय रॉय ने ही रेप और हत्या की वारदात को अंजाम दिया है.

जिस जगह यह पूरी घटना घटी यानी आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष लगातार सुर्खियों में बना हुआ है. गुरुवार को लगातार सातवें दिन सीबीआई की टीम संदीप घोष से पूछताछ कर रही है. जांच अधिकारी छह दिन में अब तक संदीप से करीब 77 घंटे की पूछताछ कर चुके हैं.

प्रिंसिपल संदीप घोष की लापरवाही

सीबीआई को संदीप घोष की ओर से खामियां मिलीं हैं. सीबीआई को इस बात के सबूत मिले हैं कि अपराध स्थल पर छेड़छानी की गई है. संदीप घोष, अपराध स्थल की पूरी तरह से सुरक्षा करने में विफल रहे. घोष ने हत्या की सूचना दिये जाने के बाद भी सक्रिय कार्रवाई नहीं की.