PM Modi Ukraine Visit: भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी का यूक्रेन दौरा अब समाप्त हो चुका है. पीएम ने शुक्रवार को राष्ट्रपति वलोदिमीर जेलेंस्की के साथ व्यापक वार्ता की और यूक्रेन तथा रूस के बीच जारी संघर्ष का समाधान निकालने के लिए एक-दूसरे से बातचीत की जरूरत पर बल दिया.

पीएम मोदी द्वारा की गयी कोशिश

यूक्रेन की राजधानी में जाकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूरी दुनिया को महाविनाशकारी युद्ध से बचाने की गंभीर कोशिश की है. इतना ही नहीं ये अब दुनिया की सबसे भीषण रणभूमि बन चूका है.

3 घंटे तक हुई गंभीर बातचीत

यूक्रेन के महायुद्ध को टालने और शांति लाने के लिए, कीव के मैरिंस्की पैलेस में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और जेलेस्की के बीच 3 घंटे तक गंभीर बात हुई. इस दौरान पीएम मोदी ने कई सारी बातें कही, वहीं पीएम मोदी के इस शांति प्रयास पर यूनाइटेड नेशन ने भी भरोसा जाहिर किया है.

लेकिन अब इन सबके बीच सबसे बड़ा सवाल यही है कि अगर मोदी युद्धविराम कराएंगे तो इसका ग्लोबल परिणाम क्या होगा? बता दें की 30 महीने से बारूदी धमाके झेल रही यूक्रेन की राजधानी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने युद्ध को लेकर क्लियर स्टैंड लिया है. उन्होंने साफ साफ कहा कि जंग में भारत तटस्थ नहीं है क्योंकि हम शांति के पक्ष में हैं.

भावुक हुए पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा, अब बिना एक भी मिनट गंवाए जेलेंस्की और पुतिन को बातचीत की टेबल पर बैठ जाना चाहिए. समाधान का रास्ता बातचीत और कूटनीति से निकलता है. हमें बिना समय गंवाए उस दिशा में बढ़ना चाहिए. बच्चों की शहादत की जगह को देखकर मेरा मन भरा हुआ है. मैं विशेष रूप से आपसे शांति को लेकर चर्चा करना चाहता हूं.

पीएम मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोदिमीर जेलेंस्की को भारत आने का निमंत्रण भी दिया है. इस पर जेलेंस्की ने कहा कि उन्हें “महान” देश की यात्रा करके खुशी होगी. वहीं पीएम मोदी ने इससे पहले रूस का दौरा किया था और अब जब वह यूक्रेन के दौरै पर थे तो ग्लोबल मीडिया की नजरें उनकी इस आधिकारिक यात्रा पर थी.

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के यूक्रेन दौरे ने अंतरराष्ट्रीय और यूक्रेनी मीडिया में खासी सुर्खियां बटोरी हैं, लेकिन इसके अलावा रूसी मीडिया ने भी इस दौरे को प्रमुखता से जगह दी है. इसके अलावा अमेरिका के भी मीडिया संस्थानों में ये दौरा चर्चा में रहा है.

क्यों ऐतिहासिक है ये दौरा?

पीएम मोदी की ये यात्रा इसलिए भी काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि इस समय भारत के प्रधानमंत्री मोदी ही वो अकेले शख्स हैं, जिनकी बातों को बाइडेन भी गंभीरता से सुनते हैं और पुतिन भी. पीएम मोदी का वाशिंगटन भी सम्मान करता है और मॉस्को भी. प्रधानमंत्री मोदी ने जेलेंस्की के साथ उनके आधिकारिक निवास मरिंस्की पैलेस में करीब 3 घंटे तक गंभीर मंथन किया और जेलेंस्की के साथ पूरी दुनिया को भरोसा दिलाया कि भारत इस क्षेत्र में शांति के लिए गंभीर और हर मुमकिन कोशिश करेगा.