Pooja Khedkar News: पूर्व आईएएस ट्रेनी पूजा खेडकर एक ऐसा नाम है, जो पिछले दिनों चर्चा का विषय बन गया था, फिलहाल पूजा खेडकर ने अपने खिलाफ UPSC के दावों पर प्रतिक्रिया दी है. दरअसल, पूजा ने दिल्ली हाई कोर्ट के समक्ष अपना जवाब दाखिल किया है.

पूजा खेडकर का कहना है कि UPSC के पास उनकी उम्मीदवारी को अयोग्य ठहराने की कोई शक्ति नहीं है. पूजा ने अपने जवाब में उन्होंने कहा है कि एक बार परिवीक्षाधीन अधिकारी के रूप में चयनित और नियुक्त हो जाने पर अभ्यर्थी की उम्मीदवारी को अयोग्य घोषित करने की यूपीएससी की शक्ति समाप्त हो जाती है.

पूजा पर लगे कई इल्जाम

पूजा खेडकर पर एक-दो नहीं बल्कि कई सारे इल्जाम हैं, लेकिन पूजा का कहना है की उन्होंने कोई झूठ नहीं कहा, पूजा खेडकर ने अदालत में कहा है कि अब उनके खिलाफ केंद्र सरकार का कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग ही कार्रवाई कर सकता है. उन्होंने दावा किया है कि 2012-2022 तक उनके नाम या उपनाम में कोई बदलाव नहीं हुआ है न ही यूपीएससी को उन्होंने अपने बारे में कोई गलत जानकारी उपलब्ध करायी है.

गलत जानकारी देकर पाई नौकरी

पूजा खेडकर पर कई सारे झूठ बोलने और नौकरी पाने के इल्जाम हैं, दरअसल पूजा 2023 बैच की ट्रेनी IAS थीं. उन्हें सिविल सर्विसेज एग्जाम-2022 में 841वीं रैंक मिली थी. जून 2024 से मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में उनकी ट्रेनिंग चल रही थी. उन पर आरोप है कि उन्होंने आरक्षण का लाभ लेने के लिए UPSC को अपने बारे में गलत जानिकारियां मुहैया करायी थीं.

पूजा पर अपनी उम्र और माता-पिता से जुड़ी गलत जानकारी देने, पहचान बदलकर तय सीमा से ज्यादा बार सिविल सर्विसेज का एग्जाम देने, फर्जी कास्ट और ​दिव्यांगता सर्टिफिकेट जमा कराने का आरोप है. UPSC ने अपनी आंतरिक जांच में पूजा खेडकर को धोखाधड़ी का दोषी पाया और 31 जुलाई, 2024 को उनका चयन रद्द कर दिया था.

पूजा खेडकर ने दिल्ली हाई कोर्ट में दाखिल अपने जवाब में कहा है, मैंने अपने नाम और प्रमाणपत्रों में विसंगतियों को ठीक करने के लिए हलफनामा और आधिकारिक राजपत्र भी प्रस्तुत किए और PWBD, जाति और पिता के नाम के डिक्लरेशन के लिए यूपीएससी के अनुरोध का पालन किया. इसलिए आयोग की ओर से यह कहना गलत है कि मैंने अपना नाम गलत नाम बताया.’