Tirupati Mandir Controversy: इस समय आंध्र प्रदेश के विश्व प्रसिद्ध तिरुपति मंदिर (Tirupati temple) के प्रसाद में जानवरों की चर्बी को लेकर बवाल मचा हुआ, हर तरफ इसी बात की चर्चाएं चल रही है, कहा जा रहा है कि प्रसाद के साथ खिलवाड़ किया गया है.

सीएम ने लगाए आरोप

प्रसाद के रूप में भक्तों को दिए जाने वाले लड्डुओं में जानवरों की चर्बी, जानवरों का FAT और फिश ऑयल होने की भी पुष्टि हुई है. ये आरोप किसी ओर ने नहीं बल्कि मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने लगाए हैं.

आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने आरोप लगाया है कि YSR कांग्रेस पार्टी की पिछली सरकार में तिरुपति मन्दिर में प्रसाद और भोग के लिए जिन लड्डुओं को बनाया जाता था.

उनमें घी की जगह जानवरों की चर्बी और उनके फैट का इस्तेमाल होता था, जिससे मन्दिर की पवित्रता को ठेस पहंचाई गई और लोगों की आस्था से भी बहुत बड़ा खिलवाड़ हुआ.

बजरंग बागड़ा की तीखी प्रतिक्रिया

वहीं अब मंदिर के प्रसाद में मिलावट मामले पर विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय महासचिव बजरंग बागड़ा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है, उन्होंने कहा है कि हिंदुओं की भावनाओं के साथ इस प्रकार का खिलवाड़ जानबूझ कर और लंबे समय से किया जा रहा है.

हिंदुओं की आस्था पर बार-बार हो रहे इस प्रकार के हमलों को हिंदू समाज अब और बर्दाश्त नहीं करेगा, भगवान तिरुपति मंदिर के प्रसाद में जिस प्रकार विभिन्न पशुओं का मांस मिलाया गया, यह अत्यंत घृणित एवं असहनीय कृत्य है.

रिपोर्ट में हुआ खुलासा

वहीं बता दें कि मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने ये आरोप एक टेस्ट रिपोर्ट के आधार पर लगाए हैं, जो इसी साल लोकसभा चुनावों के बाद 23 जुलाई को जारी हुई थी. इस रिपोर्ट में प्रसाद के लिए उपयोग होने वाले लड्डुओं के सैंपल्स को लेकर उनकी जांच की गई थी.

रिपोर्ट में ये पता चला था कि इन लड्डुओं में जिस घी का इस्तेमाल हो रहा है, वो घी मिलावटी है और इसमें फिश ऑयल, एनिमल टैलो और लार्ड की मात्रा भी हो सकती है. रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि इसी घी में फिश ऑयल की मात्रा भी हो सकती है और ये काफी चौंकाने वाली बात है.

आरोप लगाए जा रहे हैं कि जब आंध्र प्रदेश में YSR Congress पार्टी की सरकार थी और मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी (Jagan Mohan Reddy) थे, तब इस समिति ने तिरुपति मन्दिर (Tirupati temple) में मिलने वाले प्रसाद के लड्डुओं में खराब और मिलावटी घी का इस्तेमाल किया, जिसमें काफी मिलावट थी.