Karimganj: असम कैबिनेट (Assam Cabinet) ने मंगलवार (19 नवम्बर, 2024) को असम के करीमगंज जिले के का नाम बदल कर ‘श्रीभूमि’ कर दिया गया है, असम सरकार ने कहा है कि यह निर्णय जिले की सांस्कृतिक विरासत को दिखाता है.
कैबिनेट ने बांग्लादेश की सीमा से लगे बराक घाटी में करीमगंज जिले का नाम बदलकर श्रीभूमि करने को मंजूरी दे दी, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने कहा कि असम सरकार ने बराक घाटी में स्थित करीमगंज जिले का नाम बदलकर श्रीभूमि करने का फैसला किया है.
उन्होंने कहा कि हम ऐसे नाम बदलेंगे जिनका कोई भाषाई आधार नहीं है, उन्होंने श्रीभूमि नाम रखने के पीछे गुरु रबीन्द्रनाथ टैगोर कीई 1919 में यात्रा को कारण बताया.
सीएम हिमंता बिस्वा का बयान
बता दें कि असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा करीमगंज जिले का नाम बदले जाने पर कहा कि बंगाली या असमिया भाषा में करीमगंज शब्द नहीं है, उन्होंने कहा कि हम ऐसे नाम बदलेंगे जिनका कोई भाषाई आधार नहीं है.
कहीं मुख्यमंत्री ने श्रीभूमि नाम रखने के पीछे गुरु रबीन्द्रनाथ टैगोर कीई 1919 में यात्रा को कारण बताया, उन्होंने कहा कि 40-50 भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों ने बोरोबेक्रा में एक राहत शिविर और स्थानीय पुलिस स्टेशन को हमला करके विस्थापित लोगों को निशाना बनाया था.
भारी पुलिस बल की ताकत
सीएम ने कहा, मैं सीआरपीएफ और राज्य बलों को उनके उल्लेखनीय साहस और कर्तव्य के प्रति प्रतिबद्धता के लिए दिल से आभार व्यक्त करता हूँ, उन्होंने कहा कि आतंकियों की तलाश जारी है.
असम में निवेश और बुनियादी ढांचे के विकास को आकर्षित करने के लिए मंत्रिमंडल ने 24 और 25 फरवरी को असम निवेश और बुनियादी ढांचा शिखर सम्मेलन 2025 के आयोजन को मंजूरी दे दी है.