One Nation One Election Bill: आज संसद के शीतकालीन सत्र में दोनों सदनों की कार्यवाही काफी अहम है, एक तरफ जहां लोकसभा में एक राष्ट्र, एक चुनाव’ (One Nation, One Election) विधेयक लोकसभा में पेश किया गया, तो वहीं दूसरी ओर राज्यसभा में संविधान पर बहस जारी रहेगी.
वन नेशन वन इलेक्शन बिल हुआ पेश
आज यानी मंगलवार को लोकसभा में वन नेशन वन इलेक्शन से जुड़ा विधेयक पेश हो गया है. हालाँकि इसके पेश होते ही विपक्ष इसके विरोध में दिख रहा है. केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने इस विधेयक को सदन के पटल पर रखा वहीं इस विधेयक को ‘संविधान (129वां संशोधन) विधेयक 2024’ नाम दिया गया है.
बता दें कि सरकार इस बिल को पेश करने के बाद संसद की संयुक्त समिति (JPC) के पास भेजने की सिफारिश करने जा रही है. बीजेपी ने अपने सांसदों के लिए व्हिप जारी किया था.
केंद्रीय मंत्री ने साधा कांग्रेस पर निशाना
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू (Kiren Rijiju) ने कहा कि ये किसी पार्टी का नहीं, बल्कि देश का मुद्दा है. देश देखेगा कि कैसे कांग्रेस हमेशा निगेटिव रहती है. देश आजाद हुआ तो देश में एक देश-एक चुनाव था. लेकिन कांग्रेस ने अपने हिसाब से वो बदल दिया.
वहीं अगर बात करें इस विधेयक की तो जैसा कि इसके नाम से ही साफ होता है कि यह एक राष्ट्र में क चुनाव की बात कहता है. भारत में अभी अलग-अलग राज्यों के विधानसभा चुनाव, देश के लोकसभा चुनाव और निकाय व पंचायत चुनाव अलग-अलग समय पर होते हैं.
TDP करेगी इस विधेयक का पूरा समर्थन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) की सरकार चाहती है कि देश में विधानसभा, लोकसभा, पंचायत और निकाय चुनाव एक साथ ही हों. इसके अलावा TDP ने भी साफ कर दिया है कि वो एक राष्ट्र एक चुनाव के बिल को पूरा समर्थन करेगी.
पार्टी ने अपने सांसदों के लिए व्हिप जारी किया है. वहीं, YSRCP के सांसद पीवी मिथुन रेड्डी ने कहा, हम पहले से ही आम चुनावों के साथ-साथ राज्य चुनाव भी करा रहे हैं. हमारे पास ज्यादा मुद्दे नहीं हैं. हम बिल का समर्थन करेंगे.
विपक्ष कर रहा एक राष्ट्र एक चुनाव का विरोध
वहीं तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी ने एक राष्ट्र एक चुनाव बिल का विरोध किया. उन्होंने कहा कि यह बिल संविधान की मूल भावना के खिलाफ है. सपा के धर्मेंद्र यादव ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि जो एक साथ 8 राज्यों में विधानसभा चुनाव नहीं करा पाए वो पूरे देश में एक साथ चुनाव की बात करते हैं.
शिवसेना (UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, ये बिल संविधान के खिलाफ है. ये संविधान पर हमला है. चुनाव की प्रक्रिया के साथ छेड़खानी है. बीजेपी पावर सेंट्रलाइज्ड करना चाहती है. कितना कॉस्ट इफेक्टिव रहेगा, हमें ये पता नहीं है. हम इस बिल का विरोध करेंगे.